शायरी

ये युं ही मस्ती में लिखा था फरवरी के पावन महीने में 🤣🤣

दिसंबर की कड़कड़ाती ठंड में धोख़ा दे गई,
आई थी वैलेंटाइन पर करने को ब्रेकअप,
मिलवा गई अपनी एक फ्रेंड से,
पगली मौका दे गई। 

लेखक- रितेश गोयल 'बेसुध'

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