विजयदशमी

आ रही हैं विजयदशमी बुराई फ़िर से हारेगी,
रावण के वध के साथ श्री राम की विजय-पताका लेहरेगी,
सत्ता के मद में चुर शासकों के पुतले जलाये जायेंगे,
हम अत्याचार अब नहीं सहेंगें ये नारे लगाए जायेंगे,
सत्य का अशवमेघ हर दिल को जीतेगा,
झूठ को मारकर एक बार फ़िर से सच जीतेगा,
जय श्री राम के जयकारों से ये नभ गूँजेगा,
सबसे प्राचीन सनातन धर्म अपने पुत्र भारत का मस्तक चुमेगा,
दशहरे पर रावण नहीं बुराई को जलाया जाता हैं,
अच्छाई की हमेशा जीत होती हैं ये विश्वास दिलाया जाता हैं,
इसी कारण समाज के कुछ लोगों में सच्चाई अब भी जिंदा हैं,
जो अच्छाई को मरने नहीं देते और धर्म को रखते जिंदा हैं। 
जय श्री राम। 
हैप्पी विजया दशमी। 
लेखक- रितेश गोयल 'बेसुध'

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