फ़रियाद - एक हार्दिक हिंदी गीत
हमारी यादों को अपने दिल में सजाये रखना ,
दिवाली के दीपो सा उन्हें जगमगाये रखना ,
और तो कुछ है नहीं हमारा तेरे पास ,
हमारी यादों के दरिया को हरदम बहाये रखना ,
जब भी आये मौका कोई खिलखिलाने का ,
हमारी खिलखिलाहट को अपनी मुस्कुराहट के पीछे छुपाये रखना ,
रोशन हो जिंदगी तुम्हारी पूणम के चाँद सी ,
फैली रहे चारों ओर तेरे हरदम ये खुशहाली ,
हो सके तो ज्योत मेरी यादों की जगाये रखना ,
हमारी यादों को अपने दिल में सजाये रखना ,
दिवाली के दीपो सा उन्हें जगमगाये रखना ,
इधर अँधेरा फैला है दिवाली में मेरे घर पर ,
अपने प्यार की रोशनी थोड़ी फैला दो मेरे दर पर ,
बिखरा हुआ पड़ा है तुम बिन आशियाना मेरा ,
आकर वापिस ज़िन्दगी में कर लो तुम बसेरा ,
जब भी तुम रूठ जाओगी तो तुमको हम मनायेंगे ,
तुम्हारी मुस्कराहट पर अपना सब कुछ लुटाएंगे ,
तुझ से ही तो रोशन है मेरी ज़िन्दगी का हर सवेरा ,
तुम से ही मेरी दिवाली है और तुम से ही दसहरा।
By- Ritesh Goel 'Besudh'
दिवाली के दीपो सा उन्हें जगमगाये रखना ,
और तो कुछ है नहीं हमारा तेरे पास ,
हमारी यादों के दरिया को हरदम बहाये रखना ,
जब भी आये मौका कोई खिलखिलाने का ,
हमारी खिलखिलाहट को अपनी मुस्कुराहट के पीछे छुपाये रखना ,
रोशन हो जिंदगी तुम्हारी पूणम के चाँद सी ,
फैली रहे चारों ओर तेरे हरदम ये खुशहाली ,
हो सके तो ज्योत मेरी यादों की जगाये रखना ,
हमारी यादों को अपने दिल में सजाये रखना ,
दिवाली के दीपो सा उन्हें जगमगाये रखना ,
इधर अँधेरा फैला है दिवाली में मेरे घर पर ,
अपने प्यार की रोशनी थोड़ी फैला दो मेरे दर पर ,
बिखरा हुआ पड़ा है तुम बिन आशियाना मेरा ,
आकर वापिस ज़िन्दगी में कर लो तुम बसेरा ,
जब भी तुम रूठ जाओगी तो तुमको हम मनायेंगे ,
तुम्हारी मुस्कराहट पर अपना सब कुछ लुटाएंगे ,
तुझ से ही तो रोशन है मेरी ज़िन्दगी का हर सवेरा ,
तुम से ही मेरी दिवाली है और तुम से ही दसहरा।
By- Ritesh Goel 'Besudh'
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