प्रधुमन काण्ड

भारतीय संस्कृति के संग दुरव्यवहार हो रहा है ,
कलयुग में हर गन्दा काम हो रहा है ,
आज तक तो दामिनियाँ ही कुचली जाती थी ,
लेकिन अब तो प्रद्युमनों का भी दामन तार -तार हो रहा है ,
पाश्चात्य संस्कृति का खुल कर प्रचार हो रहा है ,
कलयुग में हर गन्दा काम हो रहा है ,
भारतीय संस्कृति के संग दुरव्यवहार हो रहा है ,
कलयुग में हर गन्दा काम हो रहा है ,
बच्चे ही तो नवयुग का आधार है ,
उनकी मर्यादा ही तो भारतीय संस्कृति का जार है ,
सुनहरे कल की इस निधि पर प्रहार हो रहा है,
कलयुग में हर गन्दा काम हो रहा है ,
भारतीय संस्कृति के संग दुरव्यवहार हो रहा है ,
कलयुग में हर गन्दा काम हो रहा है ,
अपने इस धन को हमें स्वम बचाना होगा ,
मर्यादा और अमर्यादा का अंतर समझाना होगा ,
ताकि उनको अब से कोई भी शोषित न कर पाए ,
उनके जीवन को हमें भय-मुक्त बनाना होगा,
भारतीय संस्कृति का फिर से परिचम लहराना होगा।

जय हिन्द।

By- Ritesh Goel'Besudh'

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