श्याम भजन

सब कष्टों को देखो हरने वाली है ,
कान्हा जी तेरी भक्ति निराली है ,
सब कष्टों को देखो हरने वाली है ,
बड़े -बड़े पापियों को भी तूने पल में पार उतारा ,
भव सागर में फंसी हमारी नैया पार लगाना ,
तेरी भक्ति रस में डूबे हम जमुना तट पर आये ,
गोपियाँ बन कर देखो तेरे संग में रास रचाए ,
तेरी एक छवि पे हम बलिहारी है ,
कान्हा जी तेरी भक्ति निराली है ,
सब कष्टों को देखो हरने वाली है ,
कान्हा जी तेरी भक्ति निराली है ,
सब कष्टों को देखो हरने वाली है ,
मीरा पी गयी विष का प्याला ,बाल ना बांका होया ,
तेरी बाँसुरी की धुन पर ,होया सारा जग मतवाला ,
गोपियाँ आवे दौड़ी -दौड़ी ,खोके सुध -बुध सारी ,
तेरी बंसी की धुन पे नाचे देखो बन के मतवाली ,
कान्हा जी तेरी भक्ति निराली है ,
सब कष्टों को देखो हरने वाली है ,
कान्हा जी तेरी भक्ति निराली है ,
सब कष्टों को देखो हरने वाली है ,
तुमसे मेरी अब तो एक ही विनती है कान्हा ,
तेरी भक्ति के रस को ही अब तो मुझको है पाना ,
तेरी भक्ति की महिमा से मैं सूरदास बन जाऊ ,
तेरी अदबुद्ध लीलाओं को चौपायिओ में मैं गाऊ ,
तेरी भक्ति से ही अब मेरी यारी है ,
कान्हा जी तेरी भक्ति निराली है ,
सब कष्टों को देखो हरने वाली है ,
कान्हा जी तेरी भक्ति निराली है ,
सब कष्टों को देखो हरने वाली है।
By- Ritesh Goel 'Besudh'
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