आधार कार्ड - एक हास्य कविता
आधार कार्ड अब बन गया है देखो पूर्णविराम ,
हर वाक्य के बाद लगे ये बिना किये आराम ,
जीवन की हर कसौटी अब आधार से जुड़ी है ,
हर सरकारी काम की ये जरुरी कड़ी है ,
अगर आप को करनी है राशन की भरपाई ,
उस के लिए भी आधार कार्ड जरुरी है भाई ,
बैंक भी अब आपका नहीं करेंगे कोई काम ,
आधार कार्ड आपने अगर नहीं लाया काम ,
आधार कार्ड के बनने लगे है देखो नए आयाम ,
गोरखधंधे अब बंद होंगे नहीं चलेंगे फर्जी काम ,
जल्द ही आएगा शायद ऐसा कोई फरमान ,
आधार कार्ड अनिवार्य है शादी के लिए श्रीमान ,
अगर आपने आधार नहीं बनवाया है भाई ,
तो आपको नहीं मिलेगी कोई लुगाई ,
आधार की तरफ से यह सन्धि विच्छेद है ,
असुविधा के लिए देखो बड़ा खेद है।
By - Ritesh Goel 'Besudh'
हर वाक्य के बाद लगे ये बिना किये आराम ,
जीवन की हर कसौटी अब आधार से जुड़ी है ,
हर सरकारी काम की ये जरुरी कड़ी है ,
अगर आप को करनी है राशन की भरपाई ,
उस के लिए भी आधार कार्ड जरुरी है भाई ,
बैंक भी अब आपका नहीं करेंगे कोई काम ,
आधार कार्ड आपने अगर नहीं लाया काम ,
आधार कार्ड के बनने लगे है देखो नए आयाम ,
गोरखधंधे अब बंद होंगे नहीं चलेंगे फर्जी काम ,
जल्द ही आएगा शायद ऐसा कोई फरमान ,
आधार कार्ड अनिवार्य है शादी के लिए श्रीमान ,
अगर आपने आधार नहीं बनवाया है भाई ,
तो आपको नहीं मिलेगी कोई लुगाई ,
आधार की तरफ से यह सन्धि विच्छेद है ,
असुविधा के लिए देखो बड़ा खेद है।
By - Ritesh Goel 'Besudh'
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