श्याम महिमा

हम तुम्हारे है तुम्हारे कृष्ण , हम तुम्हारे है तुम्हारे कृष्ण ,
अपनी ये प्रीत रहे हर जन्म , ओ कृष्ण , ओ कृष्ण, हर जन्म , हर जन्म,
ओ कृष्ण , ओ कृष्ण,

कान्हा में हम लीन हो ऐसे ,
जैसे दूध में पानी ,
उसकी भक्ति में खो जाये ,
कर दुनिया बेगानी ,
दे दो दर्श हमको मिटे सब विघन ,
अपनी ये प्रीत रहे हर जन्म , ओ कृष्ण , ओ कृष्ण, हर जन्म , हर जन्म,
ओ कृष्ण , ओ कृष्ण,

सिर पर मोर मुकुट ,
टेढ़ी है मुख पे मुरलिया ,
ठुमक-ठुमक कर नाच करे ,
टेढ़ी हुई है कमरिया ,
टेढ़ी कमरिया पे मारे जाये हम ,
अपनी ये प्रीत रहे हर जन्म , ओ कृष्ण , ओ कृष्ण, हर जन्म , हर जन्म,
ओ कृष्ण , ओ कृष्ण,

तन-मन-धन सब अर्पित तुझको ,
ये जान भी है तुम्हारी ,
बस अब तुम मुझे बना लो ,
अपने चरणों का पुजारी ,
ना लो परीक्षा अब ले लो शरण ,
अपनी ये प्रीत रहे हर जन्म , ओ कृष्ण , ओ कृष्ण, हर जन्म , हर जन्म,
ओ कृष्ण , ओ कृष्ण,

जो कोई तेरी महिमा गावे ,
इस भव सागर से तर जावे ,
हम सब बालक विनती करते ,
हमको भी तू पार लगावे ,
बेसुध रिझावे तुझको सुना के भजन ,
अपनी ये प्रीत रहे हर जन्म , ओ कृष्ण , ओ कृष्ण, हर जन्म , हर जन्म,
ओ कृष्ण , ओ कृष्ण,

हम तुम्हारे है तुम्हारे कृष्ण , हम तुम्हारे है तुम्हारे कृष्ण ,
अपनी ये प्रीत रहे हर जन्म , ओ कृष्ण , ओ कृष्ण, हर जन्म , हर जन्म,
ओ कृष्ण , ओ कृष्ण।


By- Ritesh Goel 'Besudh'













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