कलम की मार जब कागज पर पड़ती है , दिल की स्याही से तब वो लब्जो में ढलती है। होती है उसमे बात वो दिल को छू ले जो , तब लोगों को वो शायरी लगती है। By- Ritesh Goel 'Besudh'
Bahut khoob!!
ReplyDeletethank u jyotsana ji
DeleteBahut khoob!!
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